मुसाबनी प्रखण्ड रेया: लावकेशरा आतु रे अडी रास्का रोमोज ते बुढी गड़ी एनेज् को सापड़ाव केत आ
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| बुढी गड़ी एनेज् रे सेलेद् कोड़ा को आर मदाड़िया को |
मुसाबनी : प्रखण्ड रेया: लावकेशरा आतु रे आदिवासी आरी चाली लेकाते, सिदो -कान्हू अनुष्ठान समिति पाहटा खोन बुढी गड़ी एनेज् को सापड़ाव के आ । नोवा रे दो कुड़ी कोवा: ड्रेस होरो:-बाँदे काते कोड़ा को एनेज् आ आर आतु रे रास्का रेया: संदेश को पासनाव आ । आतु रिन नावा कोड़ा गिदरा को हेज् आगु आकान मारे आरी चाली रेया: सिखनत को ञामा आर आको हों आगाम सेद् को लाहा इदी या । नोवा ओक्तो रे आतु रे दाड़ाँ काते ओड़ा:-ओड़ा: बुढी गड़ी को एनेज् इदीया । एनेज् ञेल काते रास्का ते आतु होड़ दो खजाड़ी, चावले, हुड़ू एमान सारहाव लेकाते को एमा आकोवा । एनेज ते आरजाव आकान चावले को दो आतु जाकात होड़ को साँव मेतटां तारीख ठावका काते को सोड़े को बेनावा आर जोम मिद् आ । नोङका ते गे आतु रे सिबिल सगई जोड़ाव ताहेना । नोवा आरी चाली दो सेदाय खोन हेज् आगु आकाना आर आतु रिन नावा गिदरा को चेद् इदी लेखान नोङका गे माड़ाङ पीढ़ी को चाल इदी आकोवा । नोवा बुढी गड़ी एनेज् ओक्तो रे कारान हाँसदा, रविन्द्रनाथ मार्डी, लखन हाँसदा, प्रदीप मार्डी, ललित मार्डी, लेपा मार्डी, कृष्णा टुडू, सनत टुडू, रोहित मार्डी, अभिषेक मार्डी, समीर टुडू, सागेन मुर्मू, भाकुट हाँसदा, सूरज मार्डी, दीपक सोरेन, शिबु एमान आतु रिन गादेल कोड़ा-कुड़ी को सेलेद् लेना।
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